Dev Anand Quotes in Hindi: देव आनंद के सुनहरे उक्तियाँ

By Team ABJ

Last Updated:

आपको कभी लगा है कि जब कोई हसीनाओं की तस्वीर में स्माइल करता है, तो हमें उस दिन की सुबह का सुंदरता और उम्र की यौवनता की याद दिलाता है? ऐसे ही हृदय स्पर्शी और उत्कृष्ट अभिनेता डेव आनंद का नाम जुबान से निकलता ही है। बॉलीवुड के स्वगत गुरु के रूप में डेव आनंद ने अपने करियर के दौरान कई अद्वितीय रंग बिखेरे और भारतीय सिनेमा को नये दिशाओं में ले जाने का मार्ग प्रशस्त किया। उनका अद्वितीय अभिनय, व्यक्तिगत धृष्टिकोण, और आत्मविश्वास हमें यह सिखाते हैं कि कैसे जीवन के हर पल को हँसी और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए। इस ब्लॉग में, हम आपको डेव आनंद के कुछ प्रेरणादायक उद्धरण (Dev Anand Quotes in Hindi) प्रस्तुत करेंगे, जो उनके जीवन और अभिनय के महत्वपूर्ण पहलुओं को छूने का प्रयास करते हैं।

Small Bio About Dev Anand in Hindi

देव आनंद भारतीय फिल्म उद्योग के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक थे। वह 1940 के दशक की शुरुआत में अभिनेता बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए मुंबई आए थे। वह हिंदी सिने उद्योग में evergreen actors में से एक थे।

देव आनंद का जन्म 26 सितंबर 1923 को पंजाब के गुरदासपुर जिले में हुआ था। उनके पिता पिशोरी लाल आनंद एक वकील थे। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, देव आनंद 1940 के दशक की शुरुआत में अपने होमटाउन को छोड़ कर जीवन जात्रा के लिए रवाना हुए।

घर छोड़ने के बाद, वह सेना में शामिल हो गए और 65 रुपये के मासिक वेतन पर काम किया। उन्होंने सैन्य नौकरी छोड़ दी और एक एकाउंटिंग फॉर्म में क्लर्क के रूप में काम करना शुरू कर दिया, जहां उनका मासिक वेतन 85 रुपये था। कुछ दिनों के बाद, देव आनंद ने अपनी नौकरी छोड़ दी। अपने बड़े भाई चेतन के साथ इंडियन पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन (IPTA) के सदस्य के रूप में जुड़ गए।

अछूत कन्या और किस्मत जैसी फिल्मों में मशहूर अभिनेता अशोक कुमार के अभिनय को देखकर देव आनंद ने अभिनेता बनने की इच्छा जताई। देव आनंद को प्रभात फिल्म्स की “हम एक हैं (1946)” में मुख्य भूमिका निभाने का अवसर मिला, जो हिंदू-मुस्लिम एकता के बारे में एक फिल्म थी, जिसमें देव आनंद ने एक हिंदू लड़के की भूमिका निभाये थे।

उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने हिंदी सिने जगत को राही (1953), पेइंग गेस्ट (1957), काला पानी (1958), बंबाई का बाबू (1960), हम दोनो (1961), गाइड (1965), जॉनी मेरा नाम (1970), तेरे मेरे सपने (1971), और हरे राम हरे कृष्णा (1971) जैसी कई सुपरहिट फिल्में दीं।

उन्होंने 1949 में अपने बड़े भाई चेतन आनंद के साथ फिल्म बनाने के लिए नवकेतन फिल्म्स की स्थापना की। उनका करियर हिंदी सिने जगत में 65 से अधिक वर्षों तक फैला, 114 हिंदी फिल्मों में अभिनय किया, जिनमें से उन्होंने 92 फिल्मों में मुख्य solo भूमिका निभाई, और उन्होंने दो अंग्रेजी फिल्में कीं।

वह कई पुरस्कारों के प्राप्तकर्ता थे। भारत सरकार ने उन्हें भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए 2001 में पद्म भूषण और 2002 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार, 1965 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया।

देव आनंद के बारे में 2 सबसे दिलचस्प तथ्य

आनंद का 1948 से 1951 तक अभिनेत्री सुरैया के साथ प्रेम संबंध था, लेकिन सुरैया की नानी के विरोध के कारण उन्होंने कभी शादी नहीं की। 31 जनवरी 2004 को अपनी मृत्यु तक सुरैया जीवन भर अविवाहित रहीं। 1954 में, देव आनंद ने बॉलीवुड अभिनेत्री कल्पना कार्तिक से शादी की।

देव आनंद को बॉम्बे हाईकोर्ट ने काला कोट पहनने से प्रतिबंधित कर दिया था। क्योंकि एक रिपोर्ट के मुताबिक, वह ‘इतने हैंडसम’ लग रहे थे कि उनकी महिला प्रशंसक उनकी एक झलक पाने के लिए ऊंची इमारतों पर चढ़ जाती थी और उन्हें काले कोट में देखकर मोहित होकर आत्महत्या कर लेती थी। ऐसी लगातार घटनाओं के बाद उन्हें काला कोट पहनने पर रोक लगा दी गई थी।

देव आनंद के प्रेरक अनमोल विचार – Dev Anand Quotes In Hindi


जीवन पर देव आनंद के अनमोल विचार

1. “जीवन बहुत छोटा है। मेरे पास धीरे-धीरे बोलने का समय नहीं है।” ― देव आनंद

इस उद्धरण में देव आनंद हमें यह सिखाते हैं कि जीवन अत्यंत मूल्यवान होता है और हमें अपने समय को महत्वपूर्ण कामों के लिए सही तरीके से उपयोग करना चाहिए।

2. “मैं हमेशा जल्दी में होता हूं क्योंकि समय जा रहा है, और मैं इसका पीछा कर रहा हूं।” ― देव आनंद

इस उद्धरण में देव आनंद हमें समय की महत्वपूर्णता को समझाते हैं और हमें समय का सदुपयोग करने की आवश्यकता को बताते हैं।

3. “मेरा जीवन वही है, और मैं 88 में एक खूबसूरत चरण में हूं। मैं उतना ही उत्साहित हूं जितना मैं अपने 20 के दशक में था।” ― देव आनंद

इस उद्धरण से हमें यह सिखने को मिलता है कि उम्र केवल एक आंकड़ा होता है और जीवन का आनंद हमें हर दौरान मिल सकता है, चाहे हम कितने भी उम्र में हों।

ऊर्जा और आलस्य पर देव आनंद के अनमोल विचार

4. “ऊर्जा से ऊर्जा उत्पन्न होती है। अगर आप आलसी हैं तो आप हमेशा आलसी रहेंगे। और अगर आप 60 साल की उम्र में रिटायर होते हैं, तो आप 65 साल की उम्र में मर जाएंगे।” ― देव आनंद

यह उद्धरण हमें बताता है कि ऊर्जा का महत्व कितना है और आलस्य से हमें केवल समय की हानि होती है।

देव आनंद के प्रेरक अनमोल विचार

5. “यदि आप एक रचनात्मक व्यक्ति हैं, तो आपका दिमाग उम्र के साथ तेज होता जाता है। मेरा दिमाग बहुत तेज है और मैं इससे खुश हूं।” ― देव आनंद

इस उद्धरण में, देव आनंद हमें दिमाग के शक्ति को समझाते हैं और यह बताते हैं कि सकारात्मक मानसिकता कैसे हमारे जीवन को सुखमय और सफल बना सकती है।

6. “मुझे लगता है कि एक व्यक्ति का दिमाग एक अद्भुत चीज है। मुझे सच में विश्वास है कि अगर आपका दिमाग मजबूत है, तो आपका शरीर उसके साथ तालमेल बिठाने के लिए कड़ी मेहनत करता है।” ― देव आनंद

इस उद्धरण में, देव आनंद हमें मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के महत्व को समझाते हैं और यह बताते हैं कि अगर हमारा दिमाग मजबूत है, तो हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है।

7. “मैं हर दिन लोगों से प्रेरणा लेता रहता हूं।” ― देव आनंद

इस उद्धरण से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें हर दिन अपने आसपास के लोगों से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनकी कहानियों से सीखना चाहिए।

8. “हर चीज मुझे अपना काम करने के लिए प्रेरित करती है।” ― देव आनंद

इस उद्धरण से हमें यह सिखने को मिलता है कि प्रेरणा हमें हर काम को सही तरीके से करने के लिए मिलती है, चाहे वो कोई भी काम हो।

9. “अगर मैं चाहता तो मैं आधे बॉम्बे पर शासन कर सकता था।” ― देव आनंद

इस उद्धरण से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमारी इच्छा और मेहनत से हम किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं, चाहे वो कितना भी बड़ा क्यों ना हो।

अभिनय और कार्य पर देव आनंद के अनमोल विचार

10. “मेरे पास अभिनेता बनने के लिए बहुत से लोग आते हैं, लेकिन मैं केवल उन्हीं को चुनता हूं जो मुझे लगता है कि मेरी स्क्रिप्ट में फिट हो सकते हैं।” ― देव आनंद

इस उद्धरण में, देव आनंद हमें यह सिखाते हैं कि अभिनय के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए व्यक्ति को अपनी क्षमताओं और अवसरों को समझने की क्षमता होनी चाहिए।

11. “1945 में मैं प्रमुख सितारा था। निर्देशन में आने के बाद मैंने अभिनय की गति को धीमा कर दिया।” ― देव आनंद

इस उद्धरण से हमें यह सिखने को मिलता है कि कभी-कभी हमें अपने करियर में नए मार्ग पर चलने की आवश्यकता होती है, और आपने कार्य की गति को अपने लक्ष्यों के साथ मेल करना महत्वपूर्ण हो सकता है।

12. “जिसकी फिल्म हिट हो जाती है वह सुपरस्टार है। आज कोई है तो कल कोई और होगा। किसी एक महिला या पुरुष का हमेशा के लिए एकाधिकार नहीं होता है।” ― देव आनंद

इस उद्धरण में, देव आनंद हमें यह सिखाते हैं कि फिल्म इंडस्ट्री में सफलता का मार्ग हमेशा बदलता रहता है और हर किसी को उसके साथ कदम से कदम मिलाना होता है।

काम के लिए प्यार पर देव आनंद के अनमोल विचार

13. “काश मैं फिर से देव आनंद के रूप में जन्म लेता, और लोग 25 साल बाद एक युवा सितारा देखेंगे। इससे मुझे जो करना है उसे पूरा करने के लिए कुछ समय मिलेगा।” ― देव आनंद

इस उद्धरण में, देव आनंद हमें यह सिखाते हैं कि प्रेम और प्रतिबद्धता के साथ हम किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं, चाहे वो कितना भी मुश्किल हो।

फिल्म निर्माण पर देव आनंद के अनमोल विचार

14. “एक फिल्म निर्माता बहुत बुद्धिमान व्यक्ति होता है। उसे कम मत समझो।” ― देव आनंद

इस उद्धरण में, देव आनंद हमें फिल्म निर्माण के महत्व को समझाते हैं और यह बताते हैं कि फिल्म निर्माता का भूमिका कितना महत्वपूर्ण होता है।

15. “कोई भी फिल्म अर्थहीन नहीं होनी चाहिए।” ― देव आनंद

इस उद्धरण से हमें यह सिखने को मिलता है कि फिल्मों को सामाजिक और मानविक मूल्यों के साथ बनाना चाहिए और वे हमें कुछ सीखने का अवसर प्रदान करती हैं।

Final Words: आशा करते हैं की आपको ऊपर दिए गए देव आनंद के अनमोल विचार (Dev Anand Quotes in Hindi) आपको पसंद आए होंगे। नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपना मंतव्य उल्लेख करना न भूलें।

आप नीचे दी गई सूची से हमारे अन्य प्रेरक आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं।

इसके अलावा, आप Motivational Images प्राप्त करने के लिए हमारे इंस्टाग्राम पेज से जुड़ सकते हैं या हमारे Pinterest पेज पर जा सकते हैं।

Quotes source: Brainy Quotes

Leave a Comment